Sunday 11 December 2016

दोस्ती




खुबियों से नही होता अपनापण दोस्तों से सदा । 
कमियों को भी अपनाले के दोस्ती मिसाल बन जाएगी ॥ 

बदलती हुई फितरतें आज चोट दिलों को दे शायद ।
बेकार की इन भूल पे कल यादें अफ़सोस ही जता पाएगी ।।

याद आएगी ऐसी बातें जो हसी होटों पे ले आएगी ।
हसते हसते अंजाने में आँखें नम कर जाएगी ।। 

वक्त बहोत कल मिल जाए शायद अपनों के संग बिताने के लिए । 
ज़िन्दगी अधूरी पड जाएगी बीती खुशियाँ दोहराने के लिए ॥ 

जी लो इन लम्हों को यारों के ये लम्हे फिर ना आएंगे ।
साथ बिताये ये पल यादों तक ही सिमट जायेंगे ।।